Not known Facts About हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे



इस बात का ध्यान रखें कि जरूरत से ज्यादा मात्रा में हल्दी का सेवन करना नुकसानदायक भी हो सकता है इसलिए सर्दी या गर्मी कोई भी मौसम हो हल्दी का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करें।

हल्दी की चाय भी बना सकते हैं। इसमें स्वाद के लिए थोड़ा-सा शहद मिक्स कर सकते हैं।

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होने के कारण इसे सदियों से त्वचा की देखभाल के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। हल्दी का पानी पीने से सूजन को कम करके, ऑक्सीडेटिव तनाव से मुकाबला करके और एक युवा रंग का समर्थन करके स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

रक्त प्रवाह की समस्याओं के लिए हल्दी के फायदे

पाचन संबंधित समस्या होने पर कच्ची हल्दी खाना चाहिए हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन पेट और पाचन की परेशानियों को ठीक करता है। करक्यूमिन में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते है जिससे पाचन में सुधार होता है। डायरिया, अपच, गैस होने पर कच्ची हल्दी को पानी में उबाले और इसे पिएं।

इसके बाद माइल्ड शैंपू से बालों को नॉर्मल पानी से धो लें।

और पढ़े: पीलिया रोग में सत्यानाशी के फायदे

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है।

दाल के साथ ब्राउन राइस के सेवन से आपका दाल के साथ ब्राउन राइस के सेवन से आपका कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहेगा.

हल्दी के पानी को सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए ।

आयुर्वेदिक परंपरा में हल्दी दूध को एक बेहतरीन रक्त शोधक माना जाता है। यह here शरीर में रक्त परिसंचरण को भी बढ़ावा देता है।

इस आलेख को क्यों पढ़ें हल्दी की कितनी मात्रा लेनी चाहिए हर दिन?

क्या पीलिया बीमारी में हल्दी नहीं लेनी चाहिए?

• चोट लगने पर हल्दी से घाव भरा जाता है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *